काल क्रमिक कल है, न आदि है अंत न कल का, काल अगोचर अगम, काल विकराल प्रबल है । काल क्रमिक कल है, न आदि है अंत न कल का, काल अगोचर अगम, काल विकराल प्रबल है ।
Inventions are done to make life simpler, but today we are so depended on these inventions that it b... Inventions are done to make life simpler, but today we are so depended on these ...
दूर कहीं जमाने में ,बातें दिल की अपनी ; चिठ्ठियों में लिखकर ,भेज दिया करते थे ! दूर कहीं जमाने में ,बातें दिल की अपनी ; चिठ्ठियों में लिखकर ,भेज दिया करते थे...
ख्याल अपना-अपना पाने से ज्यादा मज़ा देने में है। ख्याल अपना-अपना पाने से ज्यादा मज़ा देने में है।
नयनों से दर्शाते आँसू नयनों से दर्शाते आँसू
इन्द्रधनुष सा लहराया, सुकून पाया मन। इन्द्रधनुष सा लहराया, सुकून पाया मन।